Arts & CultureChandigarheducationNewsPunjabSOCIAL

आज के प्रतिस्पर्धी जॉब मार्केट में उद्यमिता के महत्व को साझा किया डॉ. हिमेश शर्मा ने 

पीजीजीसी-46 के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन सेल ने विश्व उद्यमिता दिवस मनाया 

August 21 , 2024 ( AVAJ APKI NEWS )

चण्डीगढ़ : सेक्टर-46 स्थित पोस्ट ग्रेजुएट गवर्नमेंट कॉलेज के इंस्टीट्यूशन इनोवेशन सेल ने विश्व उद्यमिता दिवस मनाने के लिए एक वार्ता का आयोजन किया। कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो. जेके सहगल ने मुख्य वक्ता, स्किललैब्स रिसोर्सेज सर्विसेज के संस्थापक हिमेश शर्मा का स्वागत किया। अपने संबोधन में प्रो. सहगल ने कहा कि इस तरह के आयोजन उद्यमियों को प्रभावशाली और टिकाऊ व्यवसाय बनाने की दिशा में उनकी यात्रा में प्रेरित करने और उनका समर्थन करने के लिए एक मंच के रूप में काम करते हैं, जिससे आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलता है और रोजगार पैदा होते हैं। उन्होंने कहा कि समय की मांग है कि महत्वाकांक्षी उद्यमियों और युवा इनोवेटर्स को उनके विचारों को आगे बढ़ाने और एक टिकाऊ और समावेशी भविष्य में योगदान करने के लिए प्रोत्साहित किया जाए। डॉ. हिमेश शर्मा ने आज के प्रतिस्पर्धी जॉब मार्केट में उद्यमिता के महत्व को साझा किया। उन्होंने सीमित संसाधनों के साथ व्यवसाय कैसे शुरू करें और विभिन्न सरकारी योजनाओं के साथ संसाधन कैसे प्राप्त करें, इस पर भी चर्चा की। उन्होंने छात्रों को आगे आने और उद्यमिता में अवसरों के बारे में सोचने के लिए प्रेरित किया। कार्यक्रम का आयोजन डॉ. मुकेश चौहान ने किया था। इस अवसर पर कॉलेज की डीन डॉ अनुराधा मित्तल और वाइस प्रिंसिपल प्रो स्नेह हरशिन्दर शर्मा उपस्थित थीं।

उधर कॉलेज के पर्यावरण अध्ययन विभाग ने धारिणी पर्यावरण जागरूकता सोसाइटी के सहयोग से कॉलेज में अक्षय ऊर्जा दिवस बड़े उत्साह और जोश के साथ मनाया। भारत में अक्षय ऊर्जा का प्रभाव विषय पर एक निबंध लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। विभिन्न धाराओं के छात्रों से लगभग 40 प्रविष्टियां प्राप्त हुईं, जिनमें हरित ऊर्जा के अपने विचारों को रचनात्मक तरीके से दर्शाया गया था। कॉलेज के प्रिंसिपल प्रो जेके सहगल ने विजेताओं को बधाई दी और उपस्थित लोगों से दिन-प्रतिदिन ऊर्जा आपूर्ति में विविधता लाने और जीवाश्म ईंधन पर निर्भरता कम करने को कहा। इस अवसर पर कॉलेज की डीन डॉ अनुराधा मित्तल और वाइस प्रिंसिपल प्रो स्नेह हरशिन्दर शर्मा भी मौजूद थीं। कार्यक्रम का आयोजन पर्यावरण अध्ययन विभाग की डॉ रितु सरसोहा और डॉ अमनप्रीत कौर ने किया था।