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श्री महावीर मंदिर में ब्रह्मलीन मुनि गौरवानंद गिरि जी महाराज की 37वीं पुण्य बरसी समारोह में सत्संग का आयोजन

  • भगवान की लीला गायन और लीला श्रवण से हृदय में प्रेम जागृत होता हैः कथा व्यास अतुल कृष्ण शास्त्री

  • सत्संग 4 जुलाई तक रहेगा जारी, अंतिम दिन हवन के उपरांत संभावित सैकड़ों आमंत्रित संत महात्माओं का किया जाएगा पूजन

चंडीगढ़ : जुलाई 2, 2024 : ( AVAJ APKI NEWS )
भगवान की लीला गायन और लीला श्रवण से हृदय में प्रेम जागृत होता है। सत्य मानिए कि जीव संसार में सभी कुछ प्राप्त कर सकता है परंतु विशुद्ध प्रेम प्राप्त करना संसार में नितांत दुर्लभ विषय है।जैसे जैसे जीव भगवान की मंगल मई लीलाओं का चिंतन करता है और दृढ़ता पूर्वक प्रभु के नाम का स्मरण करता है तो धीरे धीरे हृदय की दुर्भावनाओं का नाश होने लगता है और चित्त प्रेम युक्त होकर प्रभु के योग्य हो जाता है। यह प्रवचन सेक्टर 23 डी स्थित श्री महावीर मंदिर मुनि सभा में ब्रह्मलीन श्री सतगुरु देव श्री श्री 108 श्री मुनि गौरवानंद गिरि जी महाराज की 37वीं पुण्य बरसी समारोह के उपलक्ष्य पर पठानकोट से आए कथा व्यास अतुल कृष्ण शास्त्री ने श्रद्धालुओं को दिए।
उन्होंने आगे कहा कि जीव कर्म, धर्म, व्यवहार आदि से सब प्रेम से युक्त होकर परमानंद की प्राप्ति करता है। इसलिये जीव का कर्तव्य है कि जगत व्यवहार को त्याग भावना से करते हुए निरंतर हरि स्मरण करे और जीवन के कल्याण का मार्ग प्रशस्त करे।
प्रवचन के दौरान कथा व्यास ने संत महात्माओं की महिमा का गुणगान करते सुंदर भजन गाकर उपस्थित श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
कथा से पूर्व ब्रह्मलीन श्री सतगुरु देव श्री श्री 108 श्री मुनि गौरवानंद गिरि जी महाराज जी का पूजन विधि विधान के साथ किया गया। इस दौरान सभा के प्रधान दलीप चन्द गुप्ता उपप्रधान ओ.पी पाहवा, महासचिव एसआर कश्यप, सांस्कृतिक सचिव पं. दीप भारद्वाज, संयुक्त सचिव जगदीश सरीन, कार्यालय सचिव नंदलाल शर्मा तथा कोषाध्यक्ष सुरेन्द्र गुप्ता, ऑडिटर नरेश महाजन, हंस राज नंदवानी, ओम प्रकाश गुप्ता, आदर्श बवेजा उपस्थित थे।
प्रधान दलीप चन्द गुप्ता व सभा के सांस्कृतिक सचिव पं. दीप भारद्वाज बताया कि प्रतिदिन 4 जुलाई तक सुबह ब्रह्मलीन श्री सतगुरु देव मुनि गौरवानंद गिरि जी महाराज का पूजा अर्चना विधि विधान के साथ किया जाएगा। जिसके पश्चात संकीर्तन मंडलियों द्वारा कीर्तन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि 3 जुलाई को शाम 5 बजे से 8 बजे कथा व्यास द्वारा सत्संग किया जाएगा, जबकि आयोजन के अंतिम दिन कथा का समय 10 बजे निर्धारित किया गया है। 4 जुलाई को श्री महावीर मंदिर से प्रातः 6 बजे प्रभात फेरी निकली जाएगी। इस दिन प्रातः 9 बजे हवन किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इस दिन 12 बजे देश के विभिन्न राज्यों से संभावित सैकड़ों आमंत्रित संत महात्माओं का पूजन किया जाएगा। जिसके बाद विशाल भंडारा  वितरित किया जायेगा।