समाजसेवी संस्था द लास्ट बेंचर की महिलाओं ने कोरोना योद्धाओं की कलाइयों पर बाँधी राखी
अगस्त 9,2022: (AVAJ APKI NEWS )
चंडीगढ़:- भाई बहन के पवित्र प्रेम का प्रतीक रक्षा बंधन का त्योहार 11 अगस्त को है। लेकिन अभी से महिलाओं में इस त्योहार को लेकर तैयारियां शुरू हो गयी हैं। महिलाओं ने अपने भाईयों के साथ साथ फौजियों, डॉक्टर्स और कोरोना योद्धाओं को भी राखी बांधनी शुरू कर दी है। सदी की सबसे बड़ी महामारी कोरोना काल में जिस तरह डॉक्टरों और अन्य अस्पताल कर्मियों ने अपनी भूमिका अदा की, मरीजों के प्राण की रक्षा की। इससे प्रेरित होकर समाजसेवी संस्था द लास्ट बेंचर की सदस्यों ने प्रेसिडेंट सुमिता कोहली की अध्यक्षता में इस रक्षाबंधन पर डॉक्टरों की कलाईयों पर राखी बांधी। इस दौरान डॉक्टर अभिषेक कपिला, डॉक्टर ऋषभ, डॉक्टर भव्या, डॉक्टर अमन, डॉक्टर अजय, डॉक्टर ललित, डॉक्टर मयंक, प्रगट, शुभम, गुरवीर, राजवीर, सुजल, परमवीर इत्यादि की कलाईयों पर राखी बांधी गई ।
मंगलवार को चंडीगढ़ के विभिन्न अस्पताल में ड्यूटी कर रहे डॉक्टरों की कलाईयों पर आज समाजसेवी संस्था द लास्ट बेंचर की सदस्यों ने राखियां बांधी। डॉक्टरों को राखी पर छुट्टी नहीं मिली है. कोरोना के खतरे के बीच राखियां भी नहीं पहुंच पाईं. संस्था की अध्यक्ष सुमिता कोहली और उनकी टीम के पदाधिकारियों नीलम गुप्ता और डेजी महाजन सहित अन्य ने सेक्टर 19 के कम्युनिटी सेन्टर में नर्सिंग स्टाफ और डॉक्टरों की कलाई पर राखी बांधी। महिलाओं ने उनको तिलक लगाया और उन्हें मिठाई से उनका मूंह मीठा करवाया। वहीं, डॉक्टरों ने भावुक होकर महिलाओं का सम्मान करते हुए उन्हें गिफ्ट दिया।
संस्था की प्रेसिडेंट सुमिता कोहली ने कहा कि कोरोना महामारी के समय डॉक्टर कोरोना योद्धाओं के रूप में आए और बिना अपनी जान की परवाह किए उन्होंने लोगों की मदद की। डॉक्टर्स अपना हित भूल लोगों की सेवा के लिए हमेशा आगे रहते हैं। ऐसे में हम सबका भी फर्ज बनता है कि हम उनका सम्मान करें, उनकी अमूल्य सेवाओं का आदर करें। ड्यूटी पर होने की वजह से कई बार डॉक्टर घर नही जा पाते, उनकी कलाईयां सूनी राह जाती है, जिसको लेकर कई बार मायूस भी हो जाते हैं। वो भी तो हमारे भाई हैं, इसलिए हमारा भी फर्ज बनता और हमें चाहिए भी डॉक्टरों की कलाई पर राखी बांधे। उनका टीका कर, मिठाई से उनका मूंह मीठा करवाएं ।