हवन यज्ञ करने से बढ़ती है घर में सुख समृद्धि
अगस्त 9,2022: ( AVAJ APKI NEWS )
विज्ञान की दृष्टि से देखा जाए तो हवन से निकलने वाले अग्रि के ताप और उसमें आहुति के लिए उपयोग की जाने वाली हवन की प्राकृतिक सामग्री यानी समिधा वातावरण में फैले रोगाणु और विषाणुओं को नष्ट करती है, साथ ही प्रदूषण को भी मिटाने में सहायक होती है।उनकी सुगंध व ऊष्मा मन व तन की अशांति व थकान को भी दूर करने वाली होती है।
हवन करते समय कुंड में अग्नि के माध्यम से देवताओं को अपनी इच्छा और कामना बताई जाती है । कुंड में अग्नि के द्वारा देवताओं तक हवि पहुँचाने की प्रक्रिया को यज्ञ कहते हैं । हवि वह पदार्थ है जिसकी हवन के दौरान अग्नि में आहुति दी जाती है । श्री खेड़ा शिव मंदिर सेक्टर 28 में शिव महापुराण कथा के दौरान आचार्य ईश्वर चन्द्र शास्त्री जी ने हवन महिमा बताते हुए कहा की यदि घर में या आपके आस पास किसी तरह की नेगेटिव एनर्जी या बुरी आत्मा का साया होता है तो यज्ञ प्रभाव से दूर हो जाता है ।यदि किसी व्यक्ति की राशि या जन्म कुण्डली में ग्रहों की दशा या महदशा खराब हो तो ऐसे लोगों को हवन करना चाहिए, यज्ञ की मदद से कुंडली के दोष का भी निवारण किया जा सकता है।
हवन यज्ञ करके स्वस्थ और निरोगी जीवन तो मिलता ही है, साथ-साथ धार्मिक आस्था को भी बल मिलता है। कई सारे शुभ कार्य जैसे भूमि पूजन या भवन निर्माण, पूजा-पाठ, कथा और विवाह आदि में हवन कराया जाता है। हवन से वास्तु दोष भी दूर होते हैं।