पटियाला जिला में सी आई ए स्टाफ झूठे मामले दर्ज करके कर रहा पैसों की वसूली
पीड़ित लोगों ने पटियाला एस एस पी और सी आई स्टाफ पर लगाये गंभीर आरोप
चंडीगढ़:- अप्रैल 19,2023: ( AVAJ APKI NEWS )
पटियाला जिला में सी आई ए स्टाफ लोगों पर झूठे और नाजायज मामले दर्ज करके पैसों की वसूली कर रहा है और यह सब हो रहा है जिले के एस एस पी के आदेशानुसार। ऐसे आरोप लगाए है, ऐसे ही झूठे मामलों में फंसाए गए विभिन्न परिवारों के सदस्यों ने।
चंडीगढ़ प्रेस क्लब में आयोजित पत्रकार वार्ता में पीड़ितों में से एक चंडीगढ़ कच्ची कॉलोनी धनास निवासी रोमा रानी ने बताया कि मानसा निवासी सनी कुमार, पटियाला सी आई ए स्टाफ इंचार्ज इंस्पेक्टर विजय कुमार, सुखप्रीत कौर निवासी सद्दा सिंह वाला और वरुण शर्मा एस एस पी पटियाला का एक पूरा गिरोह है। जोकि एक सुनियोजित तरीके से लोगों पर झूठे मुक़द्दमे डालता है और फिर उन्हें उसमें से बाहर निकालने के लिए मोटी रकम वसूलता है। रोमा रानी ने बताया कि इस गिरोह ने अपने रुतबे का दुरुपयोग करते हुए 04 दिसंबर 2022 को उन्हें और उनके सहयोगियों को न केवल उन्हें लूटा, बल्कि उन पर ही थाना सदर समाना में 05 दिसंबर 2022 को 274 नंबर झूठी एफ आई आर दर्ज करवा दी। रोमा रानी ने बताया कि उन्होंने वरुण शर्मा- एस एस पी पटियाला, इंस्पेक्टर विजय कुमार- इंचार्ज सी आई ए समाना, ए एस आई बेअंत सिंह सी आई ए समाना, ए एस आई परगट सिंह सी आई ए समाना, सनी कुमार निवासी मानसा, लंबर सिंह निवासी मानसा और परविंदर कौर उर्फ साक्षी निवासी पटियाला के खिलाफ एक शिकायत पंजाब राज्य के माननीय डी जी पी को दिनांक 24 जनवरी 2023 को रजिस्टर्ड डाक नंबर 105206 से की। इसके अलावा और अन्य पुलिस कर्मचारी जिन्होंने एक मत से 04 दिसंबर से 05 दिसंबर 2022 तक उन्हें उनके पद का दुरुपयोग कर अवैध तौर पर हिरासत में रखा। उन्हें और सरबजीत कौर उनका बेटा ओंकार सिंह, जो सनी एनक्लेव मोहाली में अपना सुख सेवा हॉस्पिटल चला रहे हैं, को झूठे उम्र कैद के केस में फंसाने की देकर और डरा धमका कर उनसे 20 लाख 13 हजार रुपए की फिरौती लेकर हमें छोड़ने और सी आई ए सामाना को दोषी सनी कुमार, लंबर सिंह और परविंदर कौर के साथ मिल कर भोले भाले औलाद के इच्छुक लोगों को डरा धमका कर जबरन वसूली करने, बिना कोई कानूनी कार्रवाई किए फिरौती का अड्डा बनाए जाने की विस्तृत जानकारी दी। एफ आई आर नंबर 274 दिनांक 05 दिसम्बर 2022 थाना सदर समाना, पटियाला की तफ्तीश किसी अन्य सीनियर पुलिस अफसर से करवा इंसाफ दिए जाने की मांग की गई।
वहीं उन्होंने एस एच ओ थाना सोहाना जिला मोहाली को भी 06 फरवरी 2023 को परविंदर कौर उर्फ साक्षी, चरणवीर सिंह-पटियाला, सनी कुमार-मानसा, करणवीर सिंह-मानसा, इंस्पेक्टर विजय कुमार इंचार्ज सी आई ए समाना, ए एस आई बेअंत सिंह सी आई ए समाना, ए एस आई परगन सिंह सी आई ए समाना के खिलाफ एफ आई आर नंबर 32 दिनांक 28 जनवरी 2023 अंडर सेक्शन 370(5), 120 बी आई पी सी थाना सोहाना का हवाला देते हुए शिकायत दी गई कि वो आरोपी सनी कुमार और करणवीर सिंह को जानती हैं। क्योंकि उन्हें उनकी एक दोस्त से पता लगा था कि अगर किसी को कानूनी तौर पर कोई बच्चा अडॉप्ट करना हो तो यह वो उस चाहवान परिवार को बच्चा दिलवा देते हैं और अपनी इस सेवा का खर्च ले लेते हैं। उनके किसी जरूरतमंद को बच्चे की जरूरत थी तो उन्होंने सनी कुमार और करणवीर सिंह से बच्चा गोद लेने की कानूनी कार्रवाई की सेवा ली थी। अक्टूबर 2022 में सरबजीत कौर संचालक सुख सेवा हॉस्पिटल ने उनसे बात की कि उनका कोई जानकार है जो बच्चा गोद लेना चाहता है। अगर कोई पेरेंट्स रजामंदी से अपना बच्चा देना चाहते हों, तो उन्हें बता देना। आरोपी सनी कुमार ने 19 नवंबर 2022 को बच्चे के माता पिता के मेडिकल एक्सपेंस के लिए गूगल पे से 3000 रुपए डलवाए और 20 नवंबर 2022 को पटियाला आकर बच्चे को देखने की कहा। 20 नवंबर 2022 को वो और सरबजीत कौर व उनका बेटा ओंकार सिंह पटियाला के मंजीत हॉस्पिटल पहुंचे। यहाँ उन्हें 02 बच्चे दिखाए गए, जोकि वेंटिलेटर पर थे। सरबजीत कौर ने उनकी सेहत ठीक न होने की बात कही और बच्चा कानूनी तौर पर अडॉप्ट करवाने के लिए मना कर दिया। दिनांक 04 दिसम्बर 2022 की शाम को उन्हें सनी कुमार का फ़ोन आता है कि एक अन्य बच्चा उसे मिल गया है, जिसकी फ़ोटो और वीडियो उसने उनके मोबाइल पर भेजी है। उसने उन्हें पटियाला के हॉस्पिटल में आने को कहा। वो और सुखविंदर सिंह उर्फ दीपू उस वक़्त पंचकूला में थे। उन्होंने सरबजीत कौर से बात की और उन्हें सनी कुमार की बात बताई। तय समय और तय स्थान पर पहुंच वो सरबजीत कौर और उनके बेटे ओंकार सिंह से मिले और पटियाला के लिए चले गए। रास्ते मे उन्हें सनी का फ़ोन आया कि आप समाना आ जाओ, आपको बच्चा वही दिखा देंगे। इस पर ओंकार ने सनी को कहा कि जब उनकी बात पटियाला आने की हुई है, तो वो समाना क्यो आएं। अगर मिलना है तो पटियाला ही आ जाओ। इस पर सनी ने उनसे 1500 रुपये देने को बोला, ताकि वो पटियाला आ सके। उसने अपनी लोकेशन भेज, समाना बाई पास पटियाला आने को बोला। हम रात साढ़े 8 बजे वहां पहुंच गए थे। जब वो वहां पहुंचे तो हिरासत में ले लिया गया और सी आई ए समाना ले गए। उनके पर्स और मोबाइल छीन लिए गए और उन्हें झूठे उम्र कैद वाले केसों में फंसाने के लिए डराने धमकाने लग गए। जिस से वो सब बुरी तरह से डर गए। तब सनी कुमार उनके पास आया और कहने लगा कि अगर बचना चाहते हो तो पैसे ले देकर केस रफा दफा करने की बात की जाए। सरबजीत कौर लो बुरी तरह से डराया धमकाया गया उन्हें टार्चर भी किया गया। उन्हें उस रात अवैध रूप से पुलिस हिरासत में रखा गया। वहीं लॉकअप में उन्हें कुछ लोग भी मिले, जिन्हें भी डरा धमका कर हिरासत में रखा गया था और उनसे भी पैसे मांगे गए थे।
रोमा रानी ने वताया कि पुलिस द्वारा उसी रात फ़ोन मुहैया करवाए जाने पर सरबजीत कौर ने अपनी बड़ी बेटी को अपनी व ओंकार की गिरफ्तारी की बात बताई और उसे 20 लाख रुपए लेकर आने को कहा। उनकी बड़ी बेटी ने अगले दिन आकर पैसे दिए तो उन्हें रात के अंधेरे में छुपते छुपाते छोड़ दिया गया। लेकिन उनके एक साथी सुखविंदर सिंह उर्फ दीपू पर मामला दर्ज कर दिया।
रोमा रानी ने कहा कि इस गिरोह की बच्चों की तस्करी में बहुत बड़ी साजिश और शमूलियत है। आरोपी सनी कुमार अपने आप को इंस्पेक्टर विजय कुमार का भाई बताता है और उसके पद का दुरुपयोग करते हुए भोले भाले लोगों को डरा धमका कर फिरौती वसूलता है। जिसकी विस्तृत जानकारी एस एस पी मोहाली और एस एच ओ सोहाना थाना को दे दी गईं है कि किस प्रकार से यह गिरोह भोलेभाले लोगों पर झूठे पर्चे दर्ज करवाता है और बहुत सारे निर्दोष लोगों से फिरौती लेकर उन्हें छोड़ देता है, जिज़के पुख्ता सबूत उनके पास मौजूद है और जरूरत पड़ने पर वो पेश कर सकती हैं।
रोमा रानी ने कहा कि वो अपनी दुखभरी व्यथा की शिकायत को राज्य के माननीय मुख्यमंत्री को भी सौंप चुके हैं और उन्हें इस पूरे गिरोह की योजनाबद्ध तरीके से पैसे लूटने की प्रक्रिया से अवगत करवा चुके हैं और जल्द से जल्द इस मामले में एक्शन लेते हुए आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर चुकी हैं।
रोमा रानी ने कहा कि उन्होंने मुख्यमंत्री से इंसाफ और सुरक्षा की अपील की है कि उन्हें और उनके परिवार को इस गिरोह से जान का खतरा है। यह मेरी आवाज को दबाने के लिए मेरे पर झूठे पर्चे दर्ज कर सकते हैं। ताकि मैं इनके कोई कार्रवाई न करूं और न ही इनका भांडा फोड़ू। मुझे, मेरे परिवार और वकील साहिब को इन गुंडों से जान माल का खतरा है।