विश्व नो टोबैको डे:-सी सी पी सी आर ने सेक्टर 23 मार्किट एसोसिएशन के साथ चलाया तंबाकू मुक्त शहर अभियान
May 31, 2023 : ( AVAJ APKI NEWS )
चंडीगढ़:-शहर को तंबाकू बनाने की दिशा में विश्व नो टोबैको डे के अवसर पर बुधवार को सेक्टर 23 की मार्किट में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन सी सी पी सी आर के तत्वावधान में चंडीगढ़ लेबर सेल और ब्राइट ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन सेक्टर 23 के आपसी सहयोग से किया गया। कार्यक्रम में सी सी पी सी आर की चैयरपर्सन हरजिंदर कौर, चंडीगढ़ लेबर सेल चेयरमैन रविंदर सिंह बिल्ला, एरिया पार्षद दमनप्रीत सिंह, मार्किट ट्रेडर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष मनोज बजाज,जनरल सेक्रेटरी प्रिंस बंसल और अन्य पदाधिकारी जतिंदर सचदेवा, गोविंद, महिंदर तनेजा, रमेश बावा और दीपक बत्रा सहित सतपाल वर्मा भी उपस्थित थे। वहीं इस दौरान जनसुविधा के लिए वाटर कूलर इनस्टॉल कर जनता को समर्पित किया गया। जबकि निर्जला एकादशी के उपलक्ष्य में चना-कुलचा, केले और ठंडे मीठे जल की छबील लगाई गई।
सी सी पी सी आर की चैयरपर्सन हरजिंदर कौर ने अपने संबोधन में तंबाकू के दुष्प्रभाव और मानव जीवन को होने वाले नुकसान से अवगत करवाया। उनजोने कहा कि तंबाकू या नशे के सेवन से एक व्यक्ति विशेष प्रभावित नही होता, बल्कि इसका खामियाजा पूरे परिवार को उठाना पड़ता है। उन्होंने उपस्थित लोगों को तम्बाकू से परहेज करने एवं दूसरों को प्रेरित करने के लिए शपथ दिलाई। उन्होंने कहा कि शपथ पर अमल करने से ही तम्बाकू निषेध दिवस सफल होगा। शपथ केवल औपचारिक न रहे। तम्बाकू एक्ट का कड़ाई से पालन किया जाए।
रविंदर सिंह बिल्ला ने कहा कि तंबाकू (बीडी, सिगरेट, खैनी, गुटखा आदि) का लगातार सेवन लगभग शरीर के हर अंग को नुकसान पहुंचाता है साथ ही स्वास्थ्य सम्बन्धी परेशानियों को जोखिम भी बढ़ाता है। इसमें मौजूद केमिकल दिल की धडक़न व ब्लड प्रेशर बढ़ा देते हैं। आंकड़ों के अनुसार तंबाकू सेवन से विश्व में हर छह सैकण्ड में एक व्यक्ति की मौत हो रही है। फेफड़े, मुंह व गले का 90 फीसदी कैंसर तंबाकू उत्पादों के सेवन से होता है। तंबाकू सेवन से दिल की बिमारी, लकवा, डायबिटिज, गठिया, फेफड़ा रोग आदि का जोखिम ब़़ढ़ जाता है। खास बात यह है कि यदि तंबाकू सेवन छोड़ने की ठान लें तो शरीर में इसके तुरंत लाभ दिखाई देने लगते है। छोड़ने के अगले 20 मिनट में ही हार्ट रेट और बीपी सामान्य होने लगता है और 3 महिने के अंदर ही फेफड़े मजबूत होने लगते हैं और शरीर में खून के संचार में सुधार आने लगता है।