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इम्पेला डिवाइस के माध्यम से हार्ट ब्लॉकेज से पीडि़त 52 वर्षीय रोगी को मिला नया जीवन हेल्दी लाइफ स्टाइल से हृदय रोग का जोखिम कम: डा. आर.के जसवाल डॉ आरके जसवाल ने एलवीएडी की उन्नत तकनीक के माध्यम से रोगी का किया था इलाज

सिरसा, जून 1, 2023 :  (  AVAJ APKI NEWS  )
कार्डियोलॉजी के क्षेत्र में पिछले दशकों से भारी बदलाव आया है, जो कि हृदय रोगियों के लिए एक वरदान की तरह है। यह बात उत्तर भारत के जाने माने हृदय रोग माहिर डा. आर.के.जसवाल ने आज सिरसा में आयोजित एक पत्रकारवार्ता में कही, जिन्होंने हाल ही में दिल का दौरा पडऩे से 52 वर्षीय एक मरीज जिसका कि दिल, दिमाग, लीवर व किडनी का एक बड़ा हिस्सा काम करना बंद कर दिया था, को हृदय रोग के उपचार में आई नई तकनीक ‘इम्पेला’ से उपचार कर उसे नया जीवनदान दिया है।
फोर्टिस मोहाली के कार्डियोलॉजी के हेड व डायरेक्टर तथा कैथलैब्स डायरेक्टर डॉ. आरके जसवाल ने बताया कि पहले के समय ऐसी स्थिति में पहुंचे मरीज को बचाना संभव नहीं था, परंतु अब नई तकनीक से गंभीर से गंभीर स्थिति पर पहुंचे दिल के रोगी को बचाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि इम्पेला कार्डियोलॉजी और हार्ट फेलियर के क्षेत्र में सबसे बेहतरीन तथा नवीनतम नवाचारों में से एक है। इम्पेला, एक लघु हृदय पंप का उपयोग प्रक्रियाओं के दौरान हृदय के कार्य को समर्थन देने के लिए किया जाता है जब हृदय का कार्य कम होता है, और कई स्टेंटिंग की आवश्यकता होती है।
डा. जसवाल ने बताया कि उक्त मरीज अचानक सीने में तकलीफ की शिकायत के बाद गिर गया, जिसके बाद उन्हें फोर्टिस मोहाली ले जाया गया। मेडिकल जांच में पता चला कि उन्हें अचानक कार्डियक अरेस्ट आया था। हालांकि अस्पताल में मरीज के आने से 3-4 घंटे पहले दिल का दौरा पड़ चुका था, लेकिन जब तक वह फोर्टिस मोहाली पहुंचा, तब तक उसके दिल, दिमाग, लीवर और किडनी का एक बड़ा हिस्सा काम करना बंद कर चुका था। रोगी को बाद में एडवांस्ड लाइफ सपोर्ट – वेंटिलेटर और इंट्रा-एओर्टिक बैलून पंप (आईएबीपी) पर रखा गया, परंतु उसकी चिकित्सा स्थिति बेहद गंभीर बनी हुई थी। इसके अलावा, हृदय की मांसपेशियों को भारी क्षति (मायोकार्डियम के अचेत) के कारण उनके रक्तचाप में सुधार नहीं हो रहा था।
इम्पेला डिवाइस (एलवीएडी) की उन्नत तकनीक का उपयोग करते हुए, डॉ जसवाल रोगी की दोनों आर्टरीज में ब्लड सर्कुलेशन को बहाल करने में सक्षम थे। इस प्रक्रिया ने हृदय की मांसपेशियों, किडनी और लीवर को अगले तीन दिनों में ठीक होने की कगार तक पहुंची। जिसके बाद, इम्पेला डिवाइस को हटा दिया गया और सभी महत्वपूर्ण अंगों के कामकाज को बहाल कर दिया गया। बाद में मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। वह पूरी तरह से ठीक हो गए हैं और आज सामान्य जीवन जी रहे हैं।
इस मामले पर चर्चा करते हुए डॉ. जसवाल ने कहा कि कुछ साल पहले, ऐसी हृदय की स्थिति वाले रोगी, ज्यादातर जीवित नहीं रह पाते थे। इम्पेला डिवाइस फोर्टिस मोहाली सहित भारत के चुनिंदा अस्पतालों में उपलब्ध सबसे उन्नत उपचार विकल्प है। दिल का दौरा एक गंभीर आपात स्थिति है और हर मिनट मायने रखता है। चिकित्सा हस्तक्षेप में कोई भी देरी हृदय और अन्य महत्वपूर्ण अंगों को अपरिवर्तनीय क्षति पहुंचा सकती है जिससे यह जानलेवा व घातक साबित हो सकती है। यदि किसी व्यक्ति को सीने में दर्द, ठंडा पसीना, दबाव या सीने में दबाव के साथ-साथ बेचैनी, लगातार एसिडिटी, गर्दन और जबड़े में दर्द का अनुभव होता है, तो ऐसे में एक अनुभवी हृदय रोग विशेषज्ञ द्वारा तत्काल चिकित्सा हस्तक्षेप की आवश्यकता होती है।