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सेडेंटरी लाइफस्टाइल वाले युवाओं को असामान्य व फुर्तीली शारीरिक गतिविधि से बचना चाहिए: डॉ अरुण कोचर

मोहाली, सितंबर  23 ,  2023: ( AVAJ APKI NEWS )

“जो युवा सेडेंटरी लाइफस्टाइल (गतिहीन जीवन शैली) जीते हैं, और वे असामान्य व फुर्तीली शारीरिक गतिविधि में भाग लेते हैं तो उनकी मृत्यु का जोखिम अधिक बढ़ जाता है। यदि उन्हें ऐसा करने की आवश्यकता है, तो उन्हें पेशेवर मार्गदर्शन के तहत लंबे समय तक धीरे-धीरे और लगातार अपने स्टेमिना का बढ़ाना होगा। यह कहना है फोर्टिस अस्पताल, मोहाली में कार्डियोलॉजी के एडिशनल डायरेक्टर डॉ. अरुण कोचर का।

डॉ. अरुण कोचर ने बताया कि व्यायाम वास्तव में एक विडंबना है. यह अच्छे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक है और फिर भी कभी-कभी, इससे अचानक मृत्यु हो सकती है। जिम में व्यायाम करने के दौरान युवाओं की अचानक होने वाली मौतों के मद्देनजर जारी एक सलाह में उन्होंने कहा कि व्यायाम से जुड़ी मृत्यु दर के लिए जिम्मेदार कारकों को समझना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि कुछ लोगों का पारिवारिक इतिहास अचानक मृत्यु का होता है या वे स्वयं ऐसी घटनाओं से बच गए होते हैं। इन रोगियों को भारी भरकम व्यायाम करने से पहले अपनी पूरी जांच करानी चाहिए।

ऐसे रोगियों में कुछ अन्य बीमारियों के साथ हाइपरट्रॉफिक कार्डियोमायोपैथी या कोरोनरी धमनी रोग हो सकता है,जिससे ऐसे व्यायाम को करने से बचना चाहिए।

डॉ. कोचर ने बताया कि कई लोगों की धमनियों की दीवारों पर वसा, कोलेस्ट्रॉल और अन्य पदार्थ छोटे-छोटे जमा हो जाते हैं। यह देखा गया है कि इस तरह की कोरोनरी प्लाक फुर्तीले शारीरिक गतिविधि के साथ फटने का कारण बनती हैं। यह एक कारण हो सकता है कि बिना लक्षण वाले युवा व्यक्तियों ऐसे व्यायामो से अचानक मृत्यु देखी गई है।

एक जर्मन अध्ययन से पता चला है कि हल्के लक्षण वाले रोगियों में भी, कोविड -19 संक्रमण से उबरने के दौरान, हृदय के ऊतकों में सक्रिय सूजन बनी रह सकती है। सक्रिय मायोकार्डियल सूजन के दौरान भारीभरकम व्यायाम घातक हो सकता है।

स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा बार-बार चेतावनियों के बावजूद, मसल्स बिल्डिंग और व्यायाम प्रदर्शन के लिए स्वास्थ्य अनुपूरकों का उपयोग किया जा रहा है। ऐसे कई सप्लीमेंट्स में प्रतिबंधित पदार्थ होते हैं और ये हृदय और शरीर के अन्य अंगों के लिए संभावित रूप से जहरीले होते हैं। अत्यधिक विवेक की आवश्यकता है और यह याद रखना चाहिए कि अच्छे पारंपरिक संतुलित आहार का कोई विकल्प नहीं है।

उन्होंने कहा कि,  व्यायाम के दौरान खुद को इष्टतम रूप से हाइड्रेटेड रखना महत्वपूर्ण है। खासकर गर्मियों में डिहाइड्रेशन अच्छा नहीं है, हालांकि, ओवरहाइड्रेशन से खतरनाक परिणाम भी हो सकते हैं और इससे बचना चाहिए।

उन्होंने बताया कि सर्दियों के महीनों, सोमवार और सुबह के समय दिल का दौरा अधिक पड़ता है। सर्दियों के महीनों में दिल का दौरा पड़ने के मामले अधिक होते हैं और ऐसे कई दौरे अस्वाभाविक व्यायाम के कारण होते हैं। भरपूर कैलोरी वाले स्नैक्स का सेवन, अत्यधिक शराब का सेवन और सर्दियों के दौरान सामान्य रक्तचाप में अचानक वृद्धि, विशेष रूप से व्यायाम के बाद अधिक दिल के दौरे के कुछ कारण हैं।